Millets Recipe : जाने प्राचीन भोजन का राज

Millets Recipe : जाने प्राचीन भोजन का राज

Millets : मिलेट्स क्या हैं

क्या आप सेहतमंद भोजन करना पसंद करते है, तो एक बार मिलेट्स (Millets) खा कर जरुर देखें जो फाइबर,विटामिन,प्रोटीन,और कई प्रकार मिनरल्स से भरपूर होता है| मिलेट्स मुख्यतः बड़े  बीज वाले अनाज होते  है जो हजारो वर्षों से भारत सहित कई अन्य देशो में उगाये जाते है,लेकिन आज के मोर्डन युग में लोग इसके गुणों को भूलते जा रहे है, जो काफी निराशाजनक है | चलिए इस लेख आपको Millets के कुछ  Recipe के बारे में बताते है जिन्हें आप आराम से घर में बना सकते है और सेहतमंद हो सकते है 


Millets Recipe : जाने प्राचीन भोजन का राज
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Millets : मिलेट्स खाने के फायदे

Millets : मिलेट्स खाने के अनगिनत फायदे है,पुराने समय में मिलेट्स की प्रचुर मात्रा में पैदावार होती थी,लेकिन समय बीतने के साथ मिलेट्स को लोगो ने उगाना कम कर दिया,और चावल एवं गेंहू की फसल की ओर ज्यादा ध्यान देने लगे |मिलेट्स की खास बात ये है की इनमे ग्लूटेन की मात्र बहुत कम होती है जो हमारे सेहत में अहम भूमिका निभाता है,यदि हम ज्यादा ग्लूटेन वाले भोजन करें तो हमे हाई ब्लड प्रेसर ,सुगर मोटापा जैसे कई गंभीर रोग होने ही संभावना बढ़ जाती है| लेकिन मिलेट्स में कम मात्रा में ग्लूटेन होने की वजह से इस रोगों के होने का खतरा कम रहता है | 

Millets : मिलेट्स के प्रकार

वैसे तो मिलेट्स (Millets) कई प्रकार के होते है, जिसमे मुख्यतः ज्वार,बाजरा ,रागी,कोदो ,कुटकी,संवा,चेना कंगनी  शामिल हैं |इस सभी मिलेट्स से कई प्रकार की रेसिपी बनायीं जा सकती है | इनसे कई प्रकार की रेसिपी बनाई जा सकती है जैसे रोटी,उपमा ,इड्ली,पोहा, दलिया |

कंगनी की खिचड़ी बनाने का तरीका :

कुटकी (Littel) : कुटकी सुगर और हार्ट के पेशेंट के लिए बहुत फायेदेमंद होता है,अगर आपको सुगर या हार्ट की बीमारी है तो कुटकी को अपने भोजन में शामिल कर सकते है ,साथ कुटकी खाने से पाचन की समस्या में भी फायदा होता है |कुटकी में एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण होते है जो किसी भी प्रकार के चोट या संक्रमण के थी कर सकती है खास कर त्वचा रोगों में कंगनी विशेष कारगर है, साथ ही बुखार तथा पेट सम्बन्धी रोगी के इलाज के लिए कंगनी का इस्तेमाल किया जाता है| इसे आप चूर्ण व काढ़ा बना कर उपयोग में ले सकते है |

कोदो (kodo) : कोदो एक ऐसा मोटा अनाज है लम्बे समय तक खराब नही होता और इसमें कीड़े भी नही लगते |कोदो को चावल के विकल्प के रूप में लिया जा सकता है जिससे डायबिटीज के रोगियों को बहुत लाभ मिलता है |आँखों की रौशनी,पेट दर्द पित्त बनना जैसे रोगों को दूर करने में सहायक है | कोदो में विटामिन B3 पाया जाता है जो हमारे नर्वस सिस्टम को स्वस्थ्य रखता है साथ ही विटामिन E और  B6 भी पाया जाता है कोदो से कई रेसिपी बनाई जा सकती है कोदो से कई प्रकार की मिलेट्स रेसिपी बनाई जा सकती है 

कंगनी (Fox Tail) :कंगनी खाने के फायदे  यदि आपके हड्डियो में दर्द में तो कंगनी को अपने भोजन में शामिल करें इससे आपको राहत मिलेगी,शरीर में खून की कमी को दूर करने और मोटापा कम करने में  मदद करता है | कंगनी की खिचड़ी बना कर खा सकते है |

ज्वार : ज्वार की तरिस ठंडी होती है और फाइबर की मात्र अधिक होती है इसलिए ज्वार पाचन शक्ति को बढ़ाने का काम करती है गर्मियों में ज्वार की रोटी खाना सबसे अच्छा माना जाता है | महाराष्ट्र ,मध्य प्रदेश ,हरियाणा गुजरात सहित देश के अलग अलग हिस्सों में ज्वार की खेती की जाती है 

कंगनी को खिचड़ी के रूप में बना कर खाया जा सकता है इसके लिए 

  • कंगनी 100 ग्राम अच्छे से धो लें 
  • मूंग की डाल 50 ग्राम 
  •  गाजर ,पत्तागोभी,शिलमा मिर्च आप अपने हिसाब से सब्जी ले सकते है,फिर इनको छोटे साइज़ में काट लेना है 
  • साथ ही 1 कप हरे मटर के दाने | 
  • टमाटर  2, नीम्बू का रस
  • अदरक लहसुन का पेस्ट 2 चम्मच,
  • हल्दी 1 चम्मच ,
  • घी 2 चम्मच,
  • साबुत जीरा ,1 चम्मच ,
  • सरसों के दाने 1 चम्मच ,
  • नमक स्वादानुसार,
  • हींग 1/2 चम्मच
  • हल्दी पावडर 1 चम्मच 
  • जीरा पावडर 1 चम्मच 
  • धनिया पावडर 1 चम्मच 
  •  पैन में घी गर्म करें और जीरा ,हींग और सरसों के दाने डाले और इनको चटकने दे 
  • इसके बाद प्याज मिलाये 2 मिनट तक भुने
  •  2 मिनट बाद अदरक लहसुन का पेस्ट मिला कर भुने |
  • जब अदरक लहसुन का कच्चापन खत्म हो जाये तो कटी हुई सारी सब्जियों और मटर के दानों  को पैन में मिला दें |
  •  टमाटर डालें साथ ही स्वादानुसार नमक मिलाएं |
  • जब सब्जियां नरम हों जाये तो मूंग की दाल मिलाएं और 4-5 मिनट तक पकने दें |
  • उबाल आने के बाद इसमें कंगनी मिला ले और पानी डाल के डंक कर 15 -20 मिनट तक पकने दें |
  • जब कंगनी पक जाये तो आखिर में नीम्बू का रस मिला लें |
  • खिचड़ी बन कर तैयार है |

कोदो की खीर बनाने का तरीका :

मिलेट्स रेसिपी  : खीर तो सबको पसंद होती है लेकिन डायबिटीज के पेशेंट इसे खाने से कतराते है लिकिन कोदो की खीर बेझिझक खा सकते है| कोदो की खीर बनाने का तरीका वैसे ही होता है जैसे चावल की खीर बनाई जाती है बस इसमें  चावल की जगह कोदो का इस्तेमाल किया जाता है |कोदो  की खीर बनाने के लिए 100 ग्राम कोदो लीजिये और 3 से 4 बार पानी से अच्छे से दो लीजिये लगभग 1 घंटे तक सुखा लेंगे | एक पैन ले और उसमे  4 कप पानी डाल कर कोदो मिला दें माध्यम आंच में उबाल आने तक पकाएं, 15 से 20 मिनट बाद हाथ दबा कर कोदो को चेक करे अगर कोदो नरम हो गये हो तो 1 लीटर दूध मिलाकर पकने दें  | दूध मिलाने का बाद इसे लगतार चलाते रहे,जब ये दूध और कोदो गाढ़ा हो जाये तो 200 ग्राम चीनी मिलाएं ,अगर ये खीर डायबिटीज पेशेंट के लिए बना रहे है तो कम मात्र में गुड का स्तेमाल करें | 10 मिनट पकाने के बाद कोदो की खीर बन जायगी आखिर में इसमें 50 ग्राम सूखे मेवे काट कर डाल दीजिये और मजे से खाइए |

मिलेट्स (Millets) के आटे की रोटी

मिलेट्स से रोटी भी बनाई जाती है उसके लिए सभी मिलेट्स को मिला कर उसका आटा बना लिया जाता है, और उससे चपाती बना ली जाती है मिलेट्स की रोटी डायबिटीज के खतरे को कम करने में सहायक है |

इस तरह मिलेट्रेस रेसिपी बना कर अपने भोजन में शामिल करें और लम्बे समय तक सेहतमंद बने रहें |

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